किसानों ने अंबाला एसपी कार्यालय के घेराव का फैसला लिया वापस, जाने वजह
Haryana Farmer Protest Update News: देर रात नवदीप को रिहा कर दिया गया। जिसके बाद किसान नेता ने वीडियो जारी कर कहा, “नवदीप हमारे बीच आ गया है। सभी साथी अंबाला मंडी में सुबह दस बजे पहुंच जाएं, जहां नवदीप का सम्मान किया जाएगा। इसके बाद शंभू बॉर्डर पर पहुंचना है।
देर रात नवदीप रिहा
नवदीप पर दंगा भड़काने और हत्या के प्रयास समेत कई आरोपों के तहत मामला दर्ज है। किसान आंदोलन के दौरान पुलिस ने नवदीप को गिरफ्तार किया था। जिसकी रिहाई के लिए किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे थे। किसानों ने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि अगर नवदीप को रिहा नहीं किया गया, तो 17 और 18 जुलाई को अंबाला एसपी कार्यालय का घेराव कर प्रदर्शन किया जाएगा। जिसके बाद देर रात नवदीप को छोड़ दिया गया।
एसपी सुरेंद्र भौरिया की चेतावनी
अंबाला एसपी सुरेंद्र सिंह भौरिया ने कहा कि अगर कोई किसान घेराव में शामिल होता है, या बिना किसी अनुमति के किसी जुलूस में हिस्सा लेता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। पुलिस किसानों के प्रदर्शन की वीडियोग्राफी भी करेगी ताकि बाद में प्रदर्शनकारियों की पहचान की जा सके।
किसानों का फैसला
किसानों ने नवदीप जलबेड़ा की रिहाई के बाद एसपी कार्यालय का घेराव नहीं करने का फैसला किया है। उन्होंने यह निर्णय लेते हुए साफ किया कि वे प्रशासन की सुनवाई को महसूस कर रहे हैं और अगली कदम सतर्कता के साथ उठाएंगे।
नवदीप जलबेड़ा का मामला
नवदीप जलबेड़ा पर कई गंभीर आरोप लगे हैं, जिनमें दंगा भड़काने, हत्या के प्रयास और अन्य कानूनी उलझनें शामिल हैं। उन्हें गिरफ्तार किया गया था, लेकिन किसानों के दबाव और प्रदर्शन के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया।
सामाजिक और राजनीतिक परिप्रेक्ष्य
यह मामला सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। किसानों की मांग और प्रशासन के निर्णय के बीच यह मामला एक मुद्दा बन गया है। जिले में सुरक्षा उपायों को और भी मजबूत करने के साथ-साथ समाज में इस घटना की गहरी छाप रही है।